प्रस्तावना :

       नैनो प्रौद्योगिकी केवल कुछ ही नैनो मीटर के आकार के परमाणुओं से संबंधित विज्ञान है। जब किसी चीज का पैमाना नैनो मीटर पर लिया जाता है तो उसके पदार्थ के गुणों में परिवर्तन होता है, इससे संभावी अनुप्रयोग की बहुत संभावनाएं बनती है। नैनो प्रौद्योगिकी को औद्योगिक क्रांति से भी अधिक शक्तिशाली माना जाता है। इसका अनुप्रयोग ऑटोमाबाइल से लेकर औषधि तक में होता है। नैनो प्रौद्योगिकी को व्यापक तौर पर नैनो पदार्थ, नैनो इलेक्ट्रॉनिकी और नैनो जैव प्रौद्योगिकी के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

       नैनों क्रांति से आशा की जाती है कि आज की तुलना में अरबों गुणा अधिक संगणन करने की राह बन जाएगी और यह ऐसे रोगियों का उपचार और निरोग कर सकेगी जिनकी बचने की आशा समाप्त हो गई हो। हाल के कई आकलनों के अनुसार नैनो प्रौद्योगिकी का बाजार 2015 तक, एक खरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा।
       नैनो प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश में अधिकांश अग्रणी संस्थानों तथा सरकारी प्रयोगशालाओं में बहुत कार्य हो रहे हैं। भारतीय नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में एक व्यापक विषय क्षेत्र समाहित हैं। इसमें एम ई एम एवं एन ई एम, नैनों संरचना संश्लेषण और अभिलक्षणन, जैव-चिप व लैब-ऑन-ए चिप अवधारणा, नैनो इलेक्ट्रॉनिकी ( ट्रांजिस्टर, क्वांटम कम्प्यूटिंग,ऑप्टों इलेक्ट्रोनिकी, इत्यादि ) और नैनो पदार्थ ( सी एन टी, नैनोकण, नैनो चूर्ण, नैनो समिश्र)शामिल हैं। इसके अधिकांश कार्यो का वित्तपोषण डी एस टी, एम सी आई टी, डीबीटी और कुछ अन्य सरकारी एजेन्सियों ने किया है।स्मार्ट पदार्थों पर राष्ट्रीय कार्यक्रम हाल का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह एम ई एम एस और स्मार्ट मेटेरियल्स के क्षेत्र मेंं है। पदार्थ, वांतरिक्ष, अनुप्रयोग, अभिकल्प, एवं जैवकीय अनुप्रयोग सहित एम ई एम एस के विभिन्न पहलुओं का वित्त पोषण बहुत से उद्योग, अनुसंधान प्रयोगशालाएँ और शैक्षिक संस्थान कर रहे हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई और भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलुरु में दो उत्कृष्टता केंद्रों की मंजूरी हाल में भारत सरकार ने दी है।
       भारत सरकार के द्वारा कुछ ही दिन पहले शुरु की गई पहल से आशा की जाती है कि यह नैनो प्रौद्योगिकी के अन्य पहलुओं पर निश्चय ही विचार करने के अलावा नैनो आयाम में एम ई एम एस पर गौर करने के लिए एन पी एस एम कार्यक्रम को और भी सबल बना रहा है।
       भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई के नैनो प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान केंद्र से आशा है कि यह देश में नैनो प्रौद्योगिकी अनुसंधान एवं विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।